Hindi Kahani (हिंदी कहानी,दोस्ती की परख)(www.agrashar.com)
= बहुत पुरानी बात है,एक बकरी थी वो बहुत खुसी खुसी अपने गांव में रहती थी/ वो बहुत मिलनसार थी/ बहुत सारी बकरियां उसकी सहेलियां थीं/ उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी/ वो सभी से बात कर लेती थी और सभी को अपना दोस्त बना लेती थी/
सभी कुछ अच्छा चल रहा था/ लेकिन एक बार वो बकरी बीमार पड़ी और इसके कारण वो धीरे-धीरे बीमार पड़ने लगी/ इसलिए वो पूरा दिन घर पर ही रहने लगी/ बकरी ने जो खाना पहले से ही जमा करके रखा था वो अब धीरे-धीरे ख़तम हो रहा था/
एक दिन उस बकरी की कुछ बकरी सहेलियां उससे उसका हाल-चाल पूछने आयीं,तब उन्हें देखकर वह बकरी बहुत खुश हुई, उसने सोचा की वह अपनी सहेलियों से कुछ दिनों का खाना मंगवा लेगी, लेकिन वह बकरियां उससे मिलने के लिए अंदर आने से पहले ही उसके घर के बहार ही रुक गयीं, और उसके आँगन में रखा उसका बचा हुआ खाना घास-फूस खाने लगीं
ये सब देखकर उस बकरी को बहुत बुरा लगा/ उसे यह बात समझ आगयी की उसने अपने जीवन में क्या गलती की? अब वो सोचने लगी की काश हर किसी को अपने जीवन का हिस्सा व् दोस्त बनाने से पहले थोड़ा परख लिया होता तो इस बीमारी की मुश्किल घडी में उसके साथ कोई तो होता/
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